
मुरादाबाद। केजीके (पी० जी) कालेज, मुरादाबाद में वार्षिक खेल उत्सव का आयोजन क्रीड़ा समिति द्वारा किया गया जिसके अन्तर्गत विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील चौधरी द्वारा की गयी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. गिरीश कुमार सिंह, प्राचार्य डीपीवीएस कालेज, अनूपशहर द्वारा खेल प्रतियोगिताओं के शुभारंभ की उद्घोषणा की गयी।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो सुनील चौधरी द्वारा विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को खेल भावना से प्रतिभाग करने एवं खेलों में भविष्य निर्माण के विभिन्न अवसर के बारे में बताकर शुभाशीष दिया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो सत्यव्रत रावत, प्राचार्य, हिन्दू कालेज, मुरादाबाद द्वारा भी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया गया।
खेल प्रतियोगिताओं का संचालन संयुक्त रूप से प्रो. अनिल चौहान, प्रो. शिवपूजन यादव एवं डा. नवीन कुमार पाण्डेय द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के मुख्य नियंता प्रो. गुरमीत सिंह, प्रो. अजय कुमार सिंह, प्रो. अरविन्द सिंह, प्रो. डीपीएस रावत, प्रो. हेमेंद्र सिंह, प्रो. राजकुमार सोनकर, प्रो. चंद्रभान सिंह, प्रो. मीरा कश्यप, प्रो. मीनू विश्नोई, डॉ. गीतिका नागर, डॉ. संजय जौहरी, डॉ. सुशील यादव, डॉ. विनय तिवारी, डॉ. ऋतुराज यादव, डॉ. दीपक मिश्रा, डॉ. राजदेव सिंह, डॉ. राशिद, डॉ. रुचि, डॉ ज्योति गुप्ता, डॉ. सत्यवीर सिंह, डॉ. अवनीश, डॉ. मंजू चौहान, डॉ. अनुपम अग्रवाल एवं अजय कपूर (लेखाधिकारी) ने उपस्थित रहकर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया।
खेल प्रतियोगिताओं का परिणाम इस प्रकार रहा।
1500 मीटर (पुरुष) विवेक प्रथम, आकाश सिंह द्वितीय, सत्यम तृतीय
1500 मीटर (महिला) माही गंभीर प्रथम, अनुष्का वर्मा द्वितीय, नीलम तृतीय
400 मीटर (पुरुष) अरमान प्रथम, सोहित द्वितीय, अरुण सैनी तृतीय
400 मीटर (महिला) अनुष्का वर्मा प्रथम, प्रेरणा द्वितीय, नेहा सैनी तृतीय
200 मीटर (पुरुष) विनीत कुमार प्रथम, सोहित द्वितीय, अरुण सैनी तृतीय
200 मीटर (महिला) माही गुंबर प्रथम, स्वाति द्वितीय, संध्या तृतीय
100 मीटर (पुरुष) रईस आलम प्रथम, सत्यम द्वितीय, आकाश कुमार तृतीय
100 मीटर (महिला) स्वाति प्रथम, अनन्या चौधरी द्वितीय, निशी पल तृतीय
लंबी कूद (पुरुष) अमित प्रथम, स्पर्श झा द्वितीय, सत्यम कुमार तृतीय
लंबी कूद (महिला) वंदना प्रथम, माही गुंबर द्वितीय, संध्या तृतीय