
मुरादाबाद। आये दिन लोगों को झोलाछाप चिकित्सको के हाथो मरीजों के प्रताडित करने व मौत देने के मामले तो आपने सुने ही होगें। अब कुछ एमबीबीएस चिकित्सक भी इसी राह पर चलने लगें। डाक्टर को जीवन देने वाला क्हा जाता है और डाक्टर ही जब मरीज की जान लेने पर उतारू हो जाये तो फिर उसे जीवन देने वाला कैसे कहेगें।
ताजा मामला मुरादाबाद के गांधीनगर स्थित डाॅ गिरधर गोपाल गुप्ता के नर्सिग होम पर संचालित मेडीकल स्टोर का है। जहां पीडित सलीम कुरैशी ने डाॅ गिरधर गोपाल गुप्ता और उनके मेडीकल स्टोर संचालक पर आरोप लगाते हुये एक शिकायत पत्र जिलाधिकारी को सौंपा है। जिसमे उन्होने बताया है कि उनकी बेटी का दो महिने से इलाज किडनी स्पेशलिस्ट डाॅ गिरधर गोपाल गुप्ता से चल रहा है। इन्ही के मेडीकल स्टोर से बेटी के लिए पूरे महिने की दवाई खरीदी जाती हैं। इस महीने की दवाई में लाइकोनिक्सों के कैप्सूल भी लिये थें। जब घर आकर देखा तो उन पर एक्सपायरी डेट दिसम्बर 2024 पड़ी हुई थी। यदि यह दवाई मैं अपनी बेटी को बिना एक्पायरी डेट देखे डाक्टर के विश्वास पर खिलाता रहता तो शायद मेरी बेटी भी आज मेरे बीच न होती।
पीडित सलीम कुरैशी ने जिलाधिकारी से शिकायत कर चिकित्सक डाॅ गिरधर गोपाल गुप्ता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही और उनका चिकित्सीय लाइसेंस रदद करने की मांग की है।ताकि भविष्य में कोई भी चिकित्सक ऐसी गलतर न कर सकें और अपने पेशे को पूरी इमानदारी के साथ निभायें।
उधर एसपीएन रिपोर्ट संवाददाता ने डाॅ गिरधर गोपाल गुप्ता से बात की तो उन्होने क्हा कि ऐसे कह पाना मुश्किल होगा जब तक चह एक्पायर दवा का पूरा पता न लगा ले कि वह उन्ही के यहां से खरीदी गयी है या फिर शिकायतकर्ता को कोई गलतफहमी हुई है।