Moradabad News : हादसों को दावत दे रहा नगर निगम का चहेता ठेकेदार, अधिकारी मेहरबान
AD Guru कम्पनी ने मानको के विरूद्ध हाइवे पर लगाये यूनिपाल और डिजिटल कटआउट

मुरादाबाद। नगर निगम मुरादाबाद एक ओर शहर को स्मार्ट बनाने में लगा है तो वही कुछ नगर निगम से जुड़े लोग अधिकारियों को गुमराह कर अपनी जेबे भरने में लगे है साथ ही जनता के साथ खिलवाड़ भी कर रहे है। नगर निगम के ऐ चहेते ठेकेदार ने शहर में विज्ञापन के बोर्ड के नाम पर हादसों को दावत देनी शुरू कर दी है। शहर के मुख्य मार्गो पर डिवाठडर पर लगे ये बोर्ड राहगीरों के लिए हादसे का सबस बनते जा रहे हैं मानको के अनुरूप लगे ये बेार्ड नियमों को तोडकर लगाये गये है। वही इस पूरे मामले मे जिम्मेदार मौन है।
मुरादाबाद शहर वर्तमान नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल और महापौर विनोद अग्रवाल की अगुवाई में देश मे अपनी एक अलग पहचान बना रहा है। वार मैमोरियल, संविधान वाटिका, हनुमान वाटिका, अम्बेडकर नेचर पार्क , चिल्ड्रन पार्क, कम्पनी बाग, शिव आदिनाथ की मर्ति जैसे पर्यटक स्थल आज मुरादाबाद को अलग पहचान दे रहे हैं। लेकिन इस पहचान के साथ मुरादाबाद हादसो का शहर भी बन रहा है। जिसकी वजह शहर के मुख्य मार्गो पर लगे नियमों के अनुरूप होर्डिग, यूनिपोल और डिवाडर पर लगे कटआउट है। एड गुरू नाम की कम्पनी ने इसका ठेका नगर निगम से लिया है। नगर निगम के चहेते ठेकेदार ने नियमों के विरूद्ध सभी यूनिपाल के साइज बड़ा दिये। साथ ही डिवाइडर पर लगे डिजिटल कटआउट का साइज भी मानको के अनुरूप नही है। राहगीर जब इन डिजिटल कटआउट को देखते है ता उनका ध्यान वाहन चलाने के हट जाता है और हादसे का रूप ले लेता है। शहिर के व्यस्तम पीली कोठी मार्ग पर रात्रि में एक घटना इन्ही डिजिटल कटआउट की वजह से हुई। स्कूटी सवार इन्ही कटआउट को देखने लगा तळाी तेज रफतार ई रिक्शा ने पीछे से टक्कर मार दी। स्कूटी पर सवार चालक की पत्नि और बच्चे बूरी तरह घायल हो गये। ये कासेई एक हादसा नही बल्कि ऐसे कई हादसे हो चुके है जिनकार कारण रोड के डिवाइडर पर लगे डिजिटल कटआउट है।
नगर निगम के इस चहेते ठेकेदार ने काठ रोड पर नगर निगम को गुमराह कर मानकों के अनुरूप दो ऐसे युनिपाल लगाये है जो पूरी रोड को कवर कर रहे है। आंधी और बारिश के मौसम में ये यूनिपोल कभी भी हादसों को दावत दे सकते है। इस चहेते ठेकेदार ने डिवाइडर के डिजिटल कटआउट और यूनिपाल में तो भ्रष्टाचार किया ही साथ ही रोड किनारे बने नगर निगम के बस स्टाप पर भी अपनी मनमानी से डिजिटल विज्ञापनों में बड़ा झोल किया है।
नगर निगम के एक अधिकारी इस ठेकेदार पर इस कदर मेहरबान है कि इस ठेकेदार के सभी भ्रष्टाचार फाइलों में ही दबाये जा रहे है और दबाये क्यो न जाये चहेता ठेकेदार साहब की हर फरमाइश जो पूरी कर रहा हैं। बरहाल भाजपा सरकार में ऐसे भ्रष्ट अधिकारी की पोल देर से ही खुले लेकिन खुलती जरूर है जो ऐसे ठेकेदारों से चंद लालच के लिए लोगों की जान से खिलवाड़ करने से भी पीछे नही हटतें।
इस संबंध में नगर आयुक्त दिव्यांशु पटेल से फोन पर बात करनी चाही तो उन्होने फोन नही उठाया।