Moradabad News : मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के अम्बेडकर नेचर पार्क मे चोरो का आतंक, देर रात तीन दुकानों के चोरो ने तोड़े ताले
सिक्योरिटी गार्ड की भूमिका संदिग्ध, दो महिने पर तीन बार टूट चुके दुकानो के ताले, संचालकों ने साधी चुप्पी, पुलिस बना रही पीड़ितो पर दवाब

मुरादाबाद। मुरादाबाद शहर के बीचोबीच मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के आशियाना स्थित अम्बेडकर नेचर पार्क मे चोरी का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार रात चोरो ने पार्क के फ़ूड कोर्ट मे बनी तीन दुकानों को निशाना बनाकर एक लाख से ज्यादा का माल चोरी कर लिया। चोरो ने दुकानों के दरवाज़ो को तोड़कर उसमे रखे सिलिंडर, भगोने और खाने के सामान पर हाथ साफ कर दिया। एक चोर का चेहरा सीसीटीवी मे कैद हो गया है।
इस पार्क में दुकानों के ताले टुटने का सिलसिला पहली बार नही बल्कि कई बार हो चुका है। एक बार तो चोर पार्क संचालक ने पकड़ भी लिया लेकिन पार्क का इलैकिट्रशियन होने के कारण पार्क संचालक ने किसी कार्यवाही को करने से मना कर दिया।
पहली बार जब ताले टूटे गये तो सिक्योरिटी के गार्डो ने बिजली लाइनमैन का नाम लेते हुये क्हा कि पार्क के मैनेजेर की शह पर दुकाने के ताले खोले जाते है। लंकिन पार्क संचालकों ने कोई कार्यवाही न तब की न आज लाखों का माल चोरी होने पर की। लाखों की चोरी होने के बाद कोई भी पार्क संचालक सुचना मिलने के बाद पार्क पर नही भटका। जिससे साफ प्रतित होता है कि कही न कही इन चोरी की वारदातो में पार्क संचालकों का भी हाथ है।
नाम बड़े काम छोटे
अंबेडकर पार्क का संचालन करने वाले लोग शहर के नामी चेहरो मे गिने जाते है लेकिन पार्क के नुकसान को लेकर जहां दुकानदारो को जिम्मेदार ठहराया जाता है वही चोरी जैसी वारदात होने पर शक्ल तक नही दिखातें। दिखाये भी क्यो नही क्योकि जानते है चोर उनके अपने है चोर पकडनें के बाद भी कार्यवाही न करना पार्क संचालको के सफेद काॅलर पर सवालिया निशान उठाता है। पहले चोरी होने पर जब पता चला कि चोर पार्क का ही इलैक्ट्रिशियन है तो पार्क संचालकों ने कोई कार्यवाही न करने का दवाब दुकानदारो पर ही बनवाया। और अब भी पुलिस को कार्यवाही न करने का दवाब बनाते हुये उल्टा पीड़ित दुकानदारों के खिलाफ ही झूठ बोलने और चोरी न होने की बात पार्क मैनेजर द्वारा की जा रही है। जबकि सीसीटीवी में चोर साफ दिखयी दे रहा है। स्थानिय पुलिस ने सिक्यारिटी कम्पनी के स्वामी से साठ गाठ कर मामले को रफा दफा करने का आश्वासन दे दिया ।

अब दुकानदार परेशान है कि कैसे नुकसान की भरपाई करे या फिर पुलिस के दवाब में आकर दोबारा चोरी होने का इंतजार करें