Moradabad News : नगर निगम में सफाईकर्मियों की भर्ती में झोल, वाल्मीकि नेताओं ने एक एक लाख में कराई भर्ती, तेज तर्रार नगर आयुक्त बेखबर, R R Enterprises ने खेला खेल

मुरादाबाद। नगर निगम मुरादाबाद में सविदा कर्मियों की भर्ती के खेल में बड़ा झोल सामने आया है। नगर निगम मुरादाबाद को मैनपावर सप्लाई करने वाली कंपनी आर आर इंटरप्राइजेज ने बिना जाँच पड़ताल के वाल्मीकि नेताओं के चेहतो की सफाई कर्मियों में भर्ती कर दी। जो ड्यूटी पर भी नहीं जा रहे और निगम से मानदेय लगातार वसूल रहे है। In सविदा कर्मियों की भर्ती में वाल्मीकि नेताओं ने एक एक लाख रूपये की रिश्वत बेरोजगारों से ली है। इतना ही नहीं इस पुरे खेल में आर आर इंटरप्राइजेज की भूमिका भी काफ़ी संदिग्ध नज़र आ रही है। क्योंकि कंपनी ने बिना किसी जाँच पड़ताल के लगभग 100 से ज्यादा ऐसे सविदा कर्मियों की भर्ती की है जो ड्यूटी पर नहीं जा रहे और निगम से वेतन ले रहे है। इनमे भाजपा नेताओं, निगम कर्मियों, वाल्मीकि नेताओं एवं पत्रकारों के चेहते और रिश्तेदार शामिल है।
हालही में एक भाजपा नेता की सिफारिश पर 15 ऐसे सविदाकर्मी भर्ती किये गए है जो कही भी ड्यूटी नहीं कर रहे घर बैठे सिर्फ निगम से वेतन लेकर राजस्व को चुना लगा रहे है।

तेज तर्रार नगर आयुक्त ने मुरादाबाद के बड़े बड़े व्यापारियों, नेताओं को नियम का पाठ पढ़ा दिया लेकिन अपने विभाग के लिए मैनपावर सप्लाई करने वाली कंपनी आर आर इंटरप्राइजेज के घोटाले से माननीय बेखबर है। सूत्रों के मुताबिक नगर निगम में लगभग 600 संविदाकार्मियों की भर्ती की गयी है। जिसमे ओफ्फिकल स्टॉफ से लेकर सफाईकर्मी और अन्य पदों पर भर्ती हुई है। लेकिन देखने वाली बात यह है कि ये 600 लोग कहा ड्यूटी कर रहे है ये सिर्फ विभाग के कागजो में ही दर्ज़ है। मौके पर आधे से ज्यादा संविदाकर्मी गायब है।
वाल्मीकि नेता ने दूर के भांजे की एक लाख में कराई भर्ती
मुरादाबाद के एक वाल्मीकि नेता ने अपने दूर के भांजे की भर्ती संविदाकर्मी के रूप में नगर निगम में आर आर इंटरप्राइजेज के माध्यम से कराई है। भर्ती के बाद से मुहभोला भांजा ab नेता जी के घर की सफाई व्यवस्था का कार्य देख रहा है। निगम की सफाई व्यवस्था को देखने नेता जी के भांजे एक दिन भी काम पर नहीं गए।
पूर्व दैनिक समाचार पत्र के कैमरामैन के बेटे और रिश्तेदार भी बने सफाईकर्मी
मुरादाबाद के दो प्रसिद्ध समाचार पत्रों के पूर्व कैमरामैन ने भी भाजपा नेता की सिफारिश पर नगर निगम में सविदाकर्मी के रूप में अपने रिश्तेदारों को भर्ती करा दिया है। एक ने तो अपने पढ़े लिखें बेटे को ही सफाईकर्मी बनवा दिया। जो एक भी दिन ड्यूटी पर नहीं गया।