
मुरादाबाद। मुरादाबाद में हर्षित ठाकुर (30 साल) के मर्डर केस के दो आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में टांग में गोली लगने के बाद गिरफ्तार किया है। जबकि, तीन अन्य फरार आरोपियों को कांबिंग के बाद अरेस्ट किया है। नगर निगम के डूडा कर्मी हर्षित ठाकुर की हत्या नगर निगम की दुकान दिलाने के नाम पर ली गई पांच लाख रुपये की रकम के विवाद में की गई थी।
मृतक हर्षित ठाकुर (30 साल) जो मझोला के नया मुरादाबाद सेक्टर-10 निवासी महेंद्र सिंह का इकलौता बेटा था, डूडा में संविदाकर्मी था। बुधवार रात वह अपने दोस्त आकाश मिश्रा को उसके घर प्रकाश नगर लाइनपार में छोड़कर घर लौट रहा था। बृहस्पतिवार की सुबह करीब चार बजे घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर खड़ी वर्ना कार में डाइविंग सीट पर हर्षित की लाश मिली थी। उसे गर्दन के पास गोली मारी गई थी।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि, पूछताछ में हत्यारोपियों ने कबूला है कि हर्षित ठाकुर ने नगर निगम में दुकान दिलाने के लिए अभिषेक सैनी से पांच लाख रुपये ले लिए थे, लेकिन उसे दुकान नहीं मिली। जब हर्षित ने अपने रुपये वापस मांगे, तो उसने रकम वापस नहीं की। इसी विवाद को लेकर अभिषेक और उसके साथियों ने हर्षित की हत्या कर दी।
पुलिस ने शुक्रवार रात मुठभेड़ में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में अभिषेक सैनी, मझोला के गायत्री नगर निवासी; शुभम ठाकुर, बुद्धि विहार निवासी; वासित, गलशहीद के असालतपुरा निवासी; अनमोल जाटव, मझोला के खुशहालपुर निवासी; और राहुल पांडेय, शाहजहांपुर जिले के बंडा थाना क्षेत्र के कस्बा बंडा निवासी शामिल हैं।
शुभम और वासित के पैर में गोली लगी है, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से हथियार और अन्य सामान बरामद किया है। शनिवार को पुलिस सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेजेगी।




